नई दिल्ली: कानून की दुनिया से संगीत की दुनिया में कदम रखते हुए, मेघना ने अपने दूसरे ग़ज़ल एल्बम ‘एहसास-ए-ज़िंदगी – एंब्रेसिंग लाइफ’ से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया है, यह एल्बम उनके पिता सत्या प्रकाश और मां, प्रो. अंजलि मित्तल, जो दिल्ली विश्वविद्यालय में संगीत और ललित कला संकाय की डीन थीं, को एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि है।
मेघना के लिए संगीत बचपन से ही एक जुनून रहा है। उन्होंने कानून की पढ़ाई के साथ-साथ संगीत का भी अभ्यास किया। ‘एहसास-ए-ज़िंदगी एंब्रेसिंग लाइफ’ में छह खूबसूरत ग़ज़लें शामिल हैं, जिन्हें विधि शर्मा ने संगीतबद्ध किया है और पंडित अजय प्रसन्ना ने संगीत निर्देशन किया है। यह एल्बम जीवन के विभिन्न रंगों – प्यार, खोने का दर्द, खुशी, और उम्मीद जैसे भावनाओं को समर्पित है।
शुभा मुदगल की प्रशंसा
एल्बम के लॉन्च कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायिका शुभा मुदगल ने मेघना की प्रतिभा की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा, “मेघना की आवाज़ में एक अद्भुत गहराई है। यह एल्बम सिर्फ संगीत नहीं है, बल्कि एक भावना है।”
कानून से संगीत की ओर
एक अधिवक्ता होने के बावजूद, मेघना ने संगीत के प्रति अपने प्यार को कभी नहीं छोड़ा। उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच समय निकालकर संगीत का अभ्यास किया और अंततः यह खूबसूरत एल्बम बनाया।
समाज के लिए प्रेरणा
मेघना की कहानी हमें बताती है कि अगर हम अपने सपनों के पीछे दृढ़ता से लगे रहें तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं। उनका यह एल्बम उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो अपने जुनून का पीछा करना चाहते हैं।
आप भी सुनें मेघना की भावुक ग़ज़लें
यदि आप भी मेघना की भावुक ग़ज़लें सुनना चाहते हैं, तो आप ‘एहसास-ए-ज़िंदगी एंब्रेसिंग लाइफ ‘ एल्बम को सभी प्रमुख ऑडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर सुन सकते हैं।