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कोलकाता, 20 अगस्त – पश्चिम बंगाल में एक बार फिर से एक फ़िल्म पर प्रतिबंध की आशंका मंडरा रही है। हाल ही में रिलीज़ हुए ट्रेलर के बाद से ही विवादों में घिरी फ़िल्म ‘द डायरी ऑफ़ वेस्ट बंगाल’ को राज्य में बैन किए जाने की खबरें आ रही हैं। इस फ़िल्म के निर्देशक सनोज मिश्रा को कोलकाता पुलिस ने पहले ही पूछताछ के लिए बुलाया था और अब इस फ़िल्म पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगने की संभावना है।

फ़िल्म पर विवाद क्यों?

‘द डायरी ऑफ़ वेस्ट बंगाल’ के ट्रेलर में राज्य में रोहिंग्या मुसलमानों और बांग्लादेशी घुसपैठियों के बसने, सांप्रदायिक हिंसा और हिंदू परिवारों के पलायन जैसे मुद्दों को दिखाया गया है। इसके अलावा, फ़िल्म में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सीएए और एनआरसी के विरोध को भी दर्शाया गया है। राज्य सरकार का मानना है कि यह फ़िल्म सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ सकती है और राज्य की छवि को धूमिल कर सकती है।

क्या सनोज मिश्रा बने सत्ता के निशाने पर?

फ़िल्म के निर्देशक सनोज मिश्रा का कहना है कि उन्हें इस फ़िल्म के लिए लगातार धमकियाँ मिल रही हैं और उन्हें डर है कि उनकी जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि राज्य सरकार उन्हें परेशान कर रही है और उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही है।

‘द केरला स्टोरी’ की तरह होगा बैन?

कुछ महीने पहले ही राज्य सरकार ने ‘द केरला स्टोरी’ फ़िल्म पर भी प्रतिबंध लगा दिया था, जिसे बाद में सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया था। अब देखना यह होगा कि क्या ‘द डायरी ऑफ़ वेस्ट बंगाल’ का भी वही हश्र होता है या राज्य सरकार इस फ़िल्म को रिलीज़ होने की अनुमति देगी।

आगे क्या?

फ़िल्म के निर्माता और निर्देशक ने फ़िल्म पर प्रतिबंध लगाने के किसी भी फैसले को कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है। इस बीच, राज्य में इस फ़िल्म को लेकर राजनीतिक घमासान भी तेज हो गया है। विपक्षी दल इस फ़िल्म पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के किसी भी कदम का विरोध करने की तैयारी में हैं।

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