सिवान (बिहार)। माता गढ़ देवी की पावन भूमि, बलिया पोखरा, महाराजगंज में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार और जिला प्रशासन सिवान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गढ़ देवी चैत्र नवमी महोत्सव में सुप्रसिद्ध लोकगायक आलोक पाण्डेय ‘गोपाल’ ने अपनी शानदार प्रस्तुति से हर दिल को छू लिया।
जैसे ही आलोक पाण्डेय ने मंच संभाला और “ बम बम बोल रहा है काशी ” गाना शुरू किया, पंडाल में उपस्थित हजारों लोग “ हर हर महादेव ” के जयघोष में झूम उठे। उनकी आवाज़ में भक्ति की गहराई और लोकसंगीत की मिठास ने माहौल को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, बिहार सरकार के स्वास्थ्य एवं कानून मंत्री मंगल पांडे, विधायक करणजीत सिंह, विधायक देवेश कांत सिंह, सिवान कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष मनोज सिंह, तथा विधान पार्षद सर्वेश सिंह सहित मंच पर उपस्थित सभी गणमान्य अतिथि आलोक पाण्डेय की गायकी से अभिभूत हो गए और तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया।
कार्यक्रम के उपरांत मंच पर सभी अतिथियों और जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों ने आलोक पाण्डेय को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह और पौधा भेंट कर सम्मानित किया।
लोकगीतों की झड़ी ने बांधा समां
आलोक पाण्डेय ने “निमिया के डार मैया”, “जगदंबा घर में दियरा”, “लाले लाले चुनरी शोभे”, “राजा बाबू”, “सोहर”, “बधाई”, “चैती” और अपना प्रसिद्ध गीत “केहू केतनो दुलारी, बाकिर माई ना होई” जैसे एक से बढ़कर एक लोकगीतों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया।
रामनवमी पर अयोध्या में भी देंगे प्रस्तुति
आलोक पाण्डेय ने जानकारी दी कि उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा रामनवमी पर अयोध्या में आयोजित तीन दिवसीय महोत्सव में भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा:
“यह मेरा परम सौभाग्य है कि प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में राम जन्मोत्सव के अवसर पर मुझे सोहर और बधाई गाने का अवसर मिल रहा है। यह मेरे लिए गर्व का क्षण है।”
बनारस को मानते हैं अपनी कर्मभूमि
ग्राम बंगरा उज्जैन, जिला सिवान (बिहार) के मूल निवासी आलोक पाण्डेय ने बनारस में रहकर शिक्षा प्राप्त की और वहीं से संगीत साधना की शुरुआत की। वे काशी को अपनी कर्मभूमि मानते हैं और आज देश-विदेश में भोजपुरी लोकगीतों के एक प्रमुख प्रतिनिधि के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं।